नकारात्मक उर्जा से बचने के और भी कई उपाय होते है उन में से एक और उपाय ये है के अपने आभामंडल(औरा) को इतना मजबूत बनाया जाए के उस पर नकारात्मक उर्जा का असर न हो सके ,उसे मजबूत बनाने के लिए हमे अपने नकारात्मक विचारों और सोच तो त्यागना बेहद आवश्यक है,जिन लोगों का आभामंडल मजबूत और सकारत्मक उर्जा से भरपूर होता है उन पर नेगेटिव उर्जा बहुत जल्दी असर नहीं डाल पाती,खुद को उदार, दयावान ,बनाने से और सकारत्मक सोच रखने से आभामंडल बहुत मजबूत बन जाता है ,हो सकता है आभामंडल के बारे में कोई जिज्ञासा उठे तो आभामंडल होता क्या है इसे समझाने के लिए मैं एक पुस्तक के कुछ अंश यहाँ लिख रही हूँ पुस्तक का नाम है
धर्म का परम विज्ञान
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(महावीर वाणी )
by osho
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आप कभी भी अकेले नहीं होते ,प्रत्येक मनुष्य अपने साथ एक( औरा ) आभामंडल लेकर चलता है ,जिसे इलेक्ट्रो- डायनेमिक -फील्ड भी कहते है वो मनुष्यों के आस पास ही नहीं पशुओं के आस पास भी होता है ,रुसी वैज्ञानिकों का तो यहाँ तक कहना है के जीवित प्राणी का ही नहीं पेड़-पौधों और हर एक सजीव वस्तु का एक औरा होता है !
जब कोई व्यक्ति मरता है तो उस के औरा को पूरी तरह खत्म होने में ३ दिन लगते है ,जो व्यक्ति जितना जीवंत होता है उस का आभामंडल उतना ही बड़ा होता है ,संतों,और देवी देवताओं की तस्वीर के पीछे जिस प्रकाश को दर्शाया जाता है वो उन के आभामंडल की और ही एक इशारा होता है
१९३० में एक अंग्रेज वैज्ञानिक ने एक रासायनिक प्रक्रिया निर्मित की जिस के द्वारा कोई भी किसी का भी औरा देख सकता है !
आभामंडल को बदलने (स्वस्थ बनाने ) के लिए प्रत्येक धर्म के पास अपना एक मन्त्र मौजूद है जैसे जैन परम्परा के पास नमोकार मन्त्र है ऐसे ही सभी धर्मों के अपने मन्त्र है जो इस काम में विशेष योगदान करते है ....क्रमश ........